15-16 महीने बाद भी मणिपुर में नहीं लौटी शांति, केंद्रीय बल विफल, बीजेपी विधायक ने खुद खोला मुंह

मणिपुर में करीब 60 हजार केंद्रीय बल मौजूद हैं. लेकिन, अशांति की आग बुझी नहीं है. मणिपुर के बीजेपी विधायक राजकुमार इमो सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से जल्द कार्रवाई की अपील की. केंद्र में बीजेपी की एनडीए गठबंधन सरकार होने के बावजूद बीजेपी शासित मणिपुर में आए दिन इतनी हिंसा कैसे फैल सकती है? क्या इतने सारे लोग मर सकते हैं? 15-16 महीने बाद भी भाजपा सरकार मणिपुर में शांति क्यों नहीं बहाल कर पाई? केंद्रीय बल क्या कर रहे हैं? मणिपुर के बीजेपी विधायक राजकुमार इमो सिंह का दावा है कि करीब 60,000 केंद्रीय बल मणिपुर में हैं. उससे भी अशांति की ज्वाला नहीं बुझती। उन्होंने शिकायत की कि केंद्रीय बल 15-16 महीने बाद भी शांति बहाल क्यों नहीं कर सके. इसलिए इन्हें हटाने और सुरक्षा बहाल करने की जिम्मेदारी मणिपुर प्रशासन को दी जानी चाहिए. इसे लेकर बीजेपी विधायक ने कड़ी भाषा में गृह मंत्री को पत्र भी लिखा है. मणिपुर में शांति लाने के लिए अगस्त में जिरीबाम जिले में कुकी और मेटिड्स के बीच एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। लेकिन शांति कहां! अब तक एक के बाद एक आम लोगों की जान जा रही है. मूक दर्शकों में मोदी और केंद्रीय बल।

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