चुनाव हारने वाले स्थानीय नेताओं को ममता बनर्जी की सलाह, ‘कार छोड़ें और गांव में घूमें’

लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली है लेकिन तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने 2026 की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. पहले कदम के रूप में, तृणमूल सुप्रीमो ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उन क्षेत्रों में लोगों के गुस्से को कम करने के लिए पहल करने की सलाह दी, जहां तृणमूल लोकसभा चुनाव हार गई थी। तृणमूल सुप्रीमो ने 1 जुलाई की रैली के मंच से पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि इस दिन हारे हुए इलाकों में जाएं और जरूरत पड़ने पर गलतियों के लिए लोगों से माफी मांगें. इसके अलावा ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं को गाड़ी छोड़कर पैदल ही गांव में घूमने की सलाह दी उन्होंने यह भी कहा, “जहां भी हम नहीं जीते, वहां जाएं और लोगों से कहें कि वे हमें माफ कर दें।” शायद हमारे अंदर विश्वसनीयता की कमी थी हम देखेंगे कि भविष्य में ऐसा न हो.’ याद रखें, कार से गाँव का भ्रमण पैदल करने से बेहतर है यह शरीर और दिमाग को अच्छा रखता है इस दिन बोलते हुए ममता ने बार-बार पार्टी नेताओं से किसी भी तरह के अन्याय और भ्रष्टाचार से दूर रहने को कहा. उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में पार्टी में किसी के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए गए तो उचित कार्रवाई की जाएगी यदि जन प्रतिनिधि जनता की सेवा नहीं करेंगे तो पार्टी उनसे रिश्ता तोड़ लेगी लोकसभा चुनाव में पूरे दक्षिण बंगाल में अच्छे नतीजे के बावजूद उत्तर बंगाल को लेकर तृणमूल की चिंता दूर नहीं हुई है मुख्यमंत्री के स्वर में मालदा जैसे जिले की विफलता पर निराशा भी सुनाई दी हालांकि, साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि उत्तर बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल अच्छा प्रदर्शन करेगी.

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