महाराष्ट्र में बीजेपी ने पार्टी को तोड़ने का खेल शुरू किया, लेकिन यह काम नहीं आया, यह मंगलवार को साफ हो गया. शाम को मतगणना के बाद राज्य के नतीजे साफ हो गए. इसके अगले ही दिन पता चला कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस लोकसभा चुनाव में गेरुआ खेमे के नतीजों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र को जो भी नुकसान होगा उसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूं.’ उन्होंने तुरंत कहा, ‘मैं शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध करता हूं कि मुझे मेरे मंत्रालय से मुक्त किया जाए.’ स्वाभाविक तौर पर उपमुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद सबकी नजर इस पर थी कि राज्य के मुख्यमंत्री क्या कह रहे हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि वह देवेन्द्र फड़णवीस से दोबारा बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पहले की तरह भविष्य में भी साथ मिलकर काम करेंगे. उन्होंने आगे कहा, ‘असफलता हमें हतोत्साहित नहीं करेगी. लोगों को गुमराह कर वोट पाने की कोशिश अस्थायी सफलता है.’