फर्रुखाबाद जिले में रोडवेज बस अड्डे पर डग्गामार बस में दिल्ली की सवारियां भरने के दौरान वीडियो बनाने पहुंचे बस अड्डा प्रबंधक को दबंगों ने बस में डाल लिया। मारपीट कर दिल्ली की बजाय पांचाल घाट रोड पर बस ले जा रहे थे। अनियंत्रित बस ने करीब दो किमी आगे एक बाइक में टक्कर मार दी। और इसके बाद दबंग मौके से भाग गए। प्रबंधक का मोबाइल समेत अन्य सामान ले गए। बाइक सवार मामा-भांजे को रेफर कर दिया गया। एआरएम ने घायल प्रबंधक का हालचाल जाना। बस अड्डे पर रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे एक डग्गामार बस दिल्ली की सवारियां भर रही थी। रात्रि ड्यूटी कर रहे बस अड्डा प्रबंधक जितेंद्र गौतम ने पहले मना किया। न मानने पर उन्होंने बस का वीडियो बनाया। इसी दौरान बस के आसपास खड़े लोगों ने जितेंद्र को बस में खींचकर डाल लिया। बस दिल्ली की ओर ले जाने की बजाय पांचाल घाट रोड पर बरेली की ओर दौड़ा दी। दबंग बस अड्डा प्रबंधक को मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते वाहन भगाते ले जा रहे थे। बस में सवार यात्रियों ने चीख पुकार शुरू कर दी, मगर चालक ने बस नहीं रोकी। यात्रियों के विरोध के दौरान अनियंत्रित बस ने करीब दो किमी दूर सामने से आ रही एक बाइक में टक्कर मार दी। डग्गामार बस सड़क के दूसरी ओर फुटपाथ पर जाकर खड़ी हो गई। दबंग मौके से भाग गए। बस की टक्कर से बाइक सवार बालाजीपुरम में किराये पर रह रहे जिला शाहजहांपुर थाना अल्हागंज के गांव घसा निवासी पंचम मिश्रा (45), बजरिया निवासी उनके भांजे शिवम तिवारी (25) घायल हो गए। चीख-पुकार सुनकर बाइक से पीछा कर रहे युवकों ने घायलों को बस के नीचे से बाहर निकाला। घायलों को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बस अड्डा प्रबंधक के चेहरे और शरीर में काफी चोटें आई हैं। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। एआरएम अरविंद कुमार मिश्र समेत डिपो के कई कर्मचारी अस्पताल पहुंच गए। कादरीगेट इंस्पेक्टर अवध नारायण पांडेय ने बताया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। घटना के दौरान कुछ देर विवाद होता रहा। वहां गार्ड के अलावा बस अड्डा में ठेके पर दुकान लिए दुकानदार भी मौजूद थे। किसी ने भी विवाद का विरोध करने की जरूरत नहीं समझी। यदि दुकानदार और गार्ड लामबंद हो जाते, तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती।