संदेशखाली वायरल वीडियो केस पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में जमीन हड़पने और महिलाओं के खिलाफ अपराध (यौन शोषण) केस में वायरल वीडियो का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एक महिला ने याचिका लगाकर मौजूदा हालात को लेकर SIT जांच की मांग की है। एक महिला के वकील उदयादित्य बनर्जी ने कोर्ट से कहा कि संदेशखाली मामले में कई वीडियो वायरल हैं। इसमें एक व्यक्ति खुलासा कर रहा है कि TMC नेता शाहजहां शेख के खिलाफ रेप के आरोप झूठे थे। उनके खिलाफ झूठे आरोप भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के निर्देश पर लगाए गए। वहीं, संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उनसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए। इसके बाद शाहजहां शेख के खिलाफ रेप की झूठी शिकायतें हुईं। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से मांग करते हुए कहा कि वायरल वीडियो की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT गठित की जाए। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में नया वीडियो 12 मई को सामने आया। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इस वीडियो में भाजपा मंडल (बूथ) अध्यक्ष गंगाधर कायल TMC नेता शाहजहां शेख के खिलाफ प्रोटेस्ट करने वाली 70 महिलाओं को 2-2 हजार रुपए देने की बात कहते नजर आ रहे हैं। 45 मिनट के इस वीडियो में भाजपा नेता ने कहा- हमें 50 बूथों के लिए 2.5 लाख रुपए कैश की आवश्यकता होगी। इन बूथों पर 30 प्रतिशत प्रदर्शनकारी महिलाएं हैं। हमें यहां SC, ST और OBC समुदाय के लोगों को अच्छे पैसे देकर खुश रखना होगा। महिलाएं आगे की लाइन में रहकर पुलिस से मुकाबला करेंगी। वीडियो वायरल होने के बाद न्यूज एजेंसी PTI ने कायल से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। हालांकि दैनिक भास्कर इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो को लेकर TMC प्रवक्ता रिजु दत्ता ने कहा- भाजपा के फर्जी नैरेटिव की सच्चाई सबके सामने आ रही है। वहीं, भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने वीडियो को बेबुनियाद और फेक बताया। उन्होंने कहा- चुनाव से पहले TMC फर्जी वीडियो जारी कर नैरेटिव बदलना चाहती है। इसके अलावा 10 मई को भी संदेशखाली केस से जुड़ी एक महिला का इंटरव्यू वायरल हुआ था। इसमें उसने बताया था कि उससे ब्लैंक पेपर पर साइन कराया गया था, जिसका इस्तेमाल रेप की फर्जी शिकायत दर्ज कराने में किया गया था। संदेशखाली में महिलाओं से रेप की शिकायतों को झूठा बताते हुए TMC ने राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत चुनाव आयोग में दर्ज कराई है। TMC ने कहा- 10 मई को संदेशखाली की एक महिला ने एक इंटरव्यू में बताया कि उससे NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा और भाजपा नेता पियाली दास ने एक ब्लैंक पेपर पर साइन करवाया। इसके बाद इस साइन का उपयोग उन्होंने झूठा रेप केस फाइल करने के लिए किया। जब महिला ने केस वापस लेना चाहा तो पियाली दास और लोकल भाजपा नेताओं ने उसे धमकाया। TMC ने आरोप लगाया है कि भाजपा और NCW ने लोकसभा चुनाव के पहले यह साजिश कर वोटर्स के साथ भी धोखाधड़ी की है। रेखा शर्मा और पियाली दास समेत साजिश में शामिल सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए।

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