राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख का “पद का दुरुपयोग”! संदेशखालिकांडे में रेखा शर्मा के खिलाफ जांच की मांग कर रही तृणमूल

संदेशखाली को लेकर एक के बाद एक वीडियो सामने आ रहे हैं. इस बार इन वीडियो (जिसकी प्रामाणिकता की पुष्टि City next ने नहीं की है) के सामने आने पर सत्तारूढ़ तृणमूल राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा के खिलाफ जांच की मांग कर रही है। रेखा के खिलाफ ‘पद के दुरुपयोग’ के आरोप में आपराधिक मामला भी दर्ज किया गया है। हाल ही में जारी एक वीडियो में एक ‘पीड़िता’ ने आरोप लगाया है कि संदेशखाली में रेप के झूठे आरोप लगाए गए हैं. तृणमूल के मुताबिक, एक महिला ने आरोप लगाया है कि दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधियों ने संदेशखाली जाकर बलात्कार के झूठे आरोप पर श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर किये. बंगाल की सत्ताधारी पार्टी इस शिकायत को महिला आयोग की प्रमुख के तौर पर रेखा के पद के दुरुपयोग के उदाहरण के तौर पर सामने रख रही है. शुक्रवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के मंत्री और तृणमूल प्रवक्ता शशि पांजा ने रेखा पर संदेशखाली की महिलाओं द्वारा बलात्कार की ‘झूठी शिकायत’ दर्ज कराने का भी आरोप लगाया, तृणमूल का दावा है कि रेखा संदेशखाली की पूरी घटना में ‘साजिशकर्ता’ हैं. इसलिए तृणमूल चुनाव आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करने जा रही है. संदेशखाली में शाहजहां शेख और उनकी टीम पर जमीन हड़पने और महिलाओं पर अत्याचार करने का आरोप लगने के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा मौके पर स्थिति की जांच करने पहुंचीं. उस वक्त रेखा ने कहा था, ”आए दिन महिलाओं पर अत्याचार होता था. 18 शिकायतें मिलीं। दो लोगों ने रेप की शिकायत की. लोगों को पुलिस पर भरोसा नहीं है. गाँव की औरतें मेरे पीछे रो रही हैं। राष्ट्रपति शासन के बिना कोई रास्ता नहीं है.”

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